वेब एड्रेस या डोमेन नेम यह किसी विशिष्ट फ़ाइल, डायरेक्टरी या वेबसाइट के
पेज का एक एड्रसे होता हैं| जैसे की http://trickjano.blogspot.com इसे URL (Uniform Resource Locator) भी कहा जाता हैं| आमतौर पर वेबसाइट का एड्रेस वेब साइट के होम पेज को रिप्रेजेंटे करता हैं|

किसी भी वेबसाइट का एड्रेस प्रोटोकॉल, डोमेन नेम के साथ शुरू होता है और डोमेन कोड के साथ समाप्त होता है।
जैसे
यहां-
- http- हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकॉल
- www- वर्ल्ड वाइड वेब
- trickjano.blogspot - डोमेन नेम - यह एक युनिक वेबसाइट का नाम होता है| डोमेन नेम एक इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) रिसोर्सेस को इंटरनेट के माध्यम से रिप्रेजेंटे करता है।
- com –डोमेन कोड
हर डोमेन कोड यह वेब साइट किस तरह कि है यह दर्शाता है जैसे -
com – कमर्शियल
gov - गवर्नमेंट
edu - एजुकेशनल
org - आर्गेनाइजेशन
mil - मिलिट्री
net –नेटवर्क
in - इंडिया
वेबसाइट का एड्रेस वेब होस्टींग प्रोवाइडर जैसे की as Bigrock, GoDaddy आदी से प्राप्त किया जा सकता हैं| यह डोमेन नेम इंडस्ट्री ICANN (Internet Corporation for Assigned Names and Numbers) के द्वारा रेगुलेट कि जाती हैं और उनपर निगरानी रखती हैं|
यूआरएल कैसे काम करता है?
हर डोमेन नेम हो एक युनिक आईपी एड्रेस होता हैं| जैसे की www.google.com का आईपी एड्रेस 64.233.167.99 हैं| जब आप वेब , ब्राउज़र में डोमेन नेम को टाइप करते हैं, तो ब्राउज़र इस डोमेन नेम का आईपी एड्रेस को ढूंढता हैं| डोमेन नेम सिस्टम (डीएनएस) सर्वर, ब्राउज़र से अनुरोध स्वीकार करते हैं और फिर इस डोमेन नेम को उसके आईपी एड्रेस में बदल देते हैं| आपके दवारा एंटर किए गए डामेन नेम का आईपी एड्रेस मिलने के बाद ब्राउज़र उससे जुडे टार्गेट कंप्यूटर को कनेक्ट करता हैं और आपके द्वारा रिक्वेस्टेड वेबपेज को ओपन करता हैं|
source: itkhoj.com